कोयले के अभाव में जिले के सैकड़ों ईंट भट्ठों पर ग्रहण लग गया है जबकि इतने ही बंदी के कगार पर हैं। कोयले के आसमान छूते दाम और उनकी कमी के चलते काफी संख्या में ईंट भट्ठे बंद हो गए हैं। ईंट भट्ठा संचालकों का कहना है कि तीन वर्षों से वे ब्लैक में कोयला खरीद कर भट्ठा का संचालन कर रहे हैं इससे उनको काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर ऐसा ही रहा तो ईंट भट्ठा संचालकों की हालत दिन पर दिन खराब होती जाएगी।