अकराबाद क्षेत्र में दिल्ली की राष्ट्रीय मानवाधिकार की टीम ने पुलिस-प्रशासन के साथ गुरुवार को जिले में बड़ी कार्रवाई की। अकराबाद क्षेत्र के सुहावली चितरौली गांव के भट्ठे से 20 परिवारों को मुक्त कराया गया। भट्ठा संचालक द्वारा इन परिवार के 68 लोगों से बीते पांच महीने से बंधुआ मजदूरों के रूप में काम कराया जा रहा था। इनके साथ आएदिन मारपीट भी होती थी। दिल्ली के ही एक एनजीओ की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई। अब प्रशासन भट्ठा स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। कोल तहसील में सुहावली-चितरौली गांव निवासी राहुल कुमार द्वारा गांव में ही जय मणि बाबा ईट उद्योग के नाम से एक भट्ठा संचालित है। छह महीने पहले बिहार के गया से 20 परिवार के करीब 68 लोग यहां काम की तलाश में आ गए। भट्ठा मालिक ने उन्हें अपने यहां काम पर रख लिया, लेकिन उन्हें समय से मजदूरी नहीं दी गई। जब वह मजदूरी मांगते तो उनके साथ मारपीट की जाती।