मिट्टी की लाल ईंट की जगह थर्मल पावर प्लांट की कोयले की राख (ऐश) से बनी ईंट के जरिए पर्यावरण क्रांति की दिशा में पहल हुई है। इसके लिए वाराणसी में देश का पहला ऐश पार्क खोला गया है। इस पार्क से वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में चल रहे 1300 से ज्यादा ईंट निर्माताओं को सस्ते मूल्य पर राख उपलब्ध कराई जाएगी। इससे बड़ी मात्रा में बेशकीमती मिट्टी बचेगी तो परंपरागत ईंट-भट्ठों की चिमनियों से निकलने वाले विषैले धुंए से फैलने वाले प्रदूषण पर भी रोक लगेगी।